Friday, November 29, 2013

PRESS RELEASE HINDI 29.NOV.2013

प्रेस विज्ञप्ति 

प्रो जगदीश मुखी विधायक एवं पूर्व वित्त मंत्री,  दिल्ली सरकार एवं भाजपा उमीदवार ने आज अपनी जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र के  अंतर्गत ए तथा बी ब्लाक जीवन पार्क में कार्यकर्ताओं के लाव लश्कर के साथ पदयात्रा कर मतदाताओं से संपर्क किया एवं बैठक की। इसके अतिरिक्त जनकपुरी क्षेत्र के डॉक्टरो, जिनकी संख्या 150 के  करीब थी, ने अपनी एक बैठक की, जिसमे डॉक्टर कमल सिंघल, डॉक्टर एस.सी सिंघल, डॉक्टर लोकेश गुप्ता, डॉक्टर कमल पारवाल एवं डॉक्टर अमोक तंवर प्रमुख थे और डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने एक प्रस्ताव पास किया गया और श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आस्था वयक्त करते हुए कहा कि देश की बीमार अर्थवयवस्था  लगभग आई.सी.यू में पड़ी है  को वहाँ से बहार निकालने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी की कुशल एवं सशक्त्त नेत्तृव की आवश्यकता है इसके लिए दिल्ली में डॉक्टर हर्षवर्धन का नेतृत्व में भाजपा कि सरकार होना ज़रूरी है  जिसके लिए जनकपुरी क्षेत्र से प्रो जगदीश मुखी को जीतना आवश्यक है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि उनका एसोसिएशन आई.एम.ए को जमीन  डी.डी.ए से दिलवाने के लिए प्रो मुखी जी का हमेशा ही ऋणी रहेगा।

प्रो मुखी ने मतदाताओं एवं कार्यकर्त्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार का घोटालों से चोलीदामन का साथ है। कांग्रेस द्वारा बुरारी स्तिथ ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में कमर्शियल गाड़ियों कि जांच हेतु  भ्रष्टाचार में दिल्ली सरकार के एंटी करप्शन विभाग द्वारा पूर्व डिप्टी कमीशनर की जमानत की अर्ज़ी पर सुनवाई में नयायालय ने यह कहकर उन्हें जमानत दी कि वह प्रकरण में डिसीजन टेकिंग  नही था। इस मसले में कैबिनेट कि अनुमति से वह  कार्य हुआ था और इसके लिए दिल्ली कि मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट दोषी थी। दिल्ली सरकार के परिवाहन विभाग ने लेन टेस्टिंग का ठेका बिना टेण्डर मेसर्स इ.एस.पी इंडिया को दिया था और आर.टी.आई कार्यकर्ता की शिकायत पर 17 दिसंबर को दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा एफ.आई.आर दर्ज कर लिया गया था और एफ.आई.आर दर्ज करने के उपरान्त इ.एस.पी इंडिया लिमिटेड के दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। सदन में भाजपा ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया था और कहा था कि जिसकी साठगांठ से भ्रष्टाचार के प्रकरण को अंजाम दिया गया उन् पर कारवाही की जानी चाहिए थी परन्तु एक पूर्व अधिकारी को गिरफ्तार कर सरकार लीपापोती करने में लगी रही जबकि इसका निर्णय कैबिनेट द्वारा लिया गया था।

प्रो मुखी ने कहा कि जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कांग्रेस के पास कोई नीति ही नहीं है जिससे जनता की सेवा की जा सके और अब दिल्ली कि जनता कांग्रेस की बांटो और राज करो की नीति को समझ गई है और अपेछित रूप से ४ दिसंबर को भाजपा के कमल निशान की बटन को दबाकर अपना विरोध प्रकट करेगी।   

नरेन्द्र चावला
मीडिया प्रभारी                            

Thursday, November 28, 2013

Press Release Hindi dated - 28/11/2013


                                                                       प्रेस विज्ञप्ति 

प्रो जगदीश मुखी, विधायक एवं पूर्व वित्त मंत्री, दिल्ली सरकार एवं भाजपा उम्मीदवार ने आज अपनी जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र  के अंतर्गत भाजपा कार्यकर्ताओं के लाव लशकर के साथ पदयात्रा कर मतदाताओं से संपर्क किया एवं बैठक की।  इसके अतिरिक्त जनकपुरी क्षेत्र  के अधिवक्ता एवं चार्टर्ड एकाउंटेंटों, जिनकी संख्या डेढ़ सौ के करीब थी, ने अपनी एक बैठक की और एसोसिएशन के सदस्यों ने एक प्रस्ताव पास किया तथा उन्होंने कहा कि उनका पूरा समर्थन प्रो मुखी के साथ है और जनता से भाजपा को जिताने हेतु सहयोग करने का आग्रह किया।  


प्रो मुखी ने मतदाताओं एवं कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि दिल्ली में कांग्रेस सरकार की स्पष्ट उद्योग नीति न होने के कारण आज लगभग औधोगिक इकाईया बंद हो चुकी हैं।  दिल्ली में पहले हैवी इंडस्ट्री पर बैन लगाया गया उसके उपरांत स्माल इंडस्ट्री को भी बंद करने के आदेश दिये गये और पॉलुशन के नाम पर इतने कड़े कानून बना दिये गये कि अनेकों फैक्ट्रियां दिल्ली में दम तोडने लगी। दिल्ली में नान इंडस्ट्रियल एरिया के नाम पर हज़ारों फैक्ट्रियां बंद कर दी गई  और जिन उद्योगों को औधोगिक क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया वहाँ पर मूलभूत सुविधयों के अभाव के कारण उद्योग दिन प्रति दिन बंद होते चले जा रहे हैं।  

प्रो मुखी ने कहा कि दिल्ली में जो 70 प्रतिशत से ऊपर रिहायशी क्षेत्र में उद्योग चल रहे थे उन्हें अंततोगत्वा आज से लगभग एक दशक पूर्व अनुमति तो मिल गई परन्तु उनके क्षेत्र का विकास कैसे हो और सभी उधमियों को लइसेंस कैसे मिले और उनके उद्योग कैसे  पनपें और उनके उद्योगों में कैसे बढोत्तरी हो इस निमित सरकार की नीरसता आज दिल्लीवासियों के सामने है और जो औधोगिक क्षेत्र घोषित किया गया उसमें किसी एक में भी आज तक विकास कार्य तो दूर उसकी योजना तक भी नहीं बनाई गई और जो औधोगिक क्षेत्र समय समय पर सरकार, दिल्ली सरकार या डी. डी. ए. द्वारा विकसित किये गये उनके रखरखाव के लिए भी सरकार ने ऐसे कड़े नियम बना दिये कि वहाँ के उधमियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए राशि देने के लिए बाध्य किया गया और आज दिल्ली के औधोगिक क्षेत्र की जर्जर हालत किसी से छिपी हुई नहीं है।  

प्रो मुखी ने कहा कि जनसमस्याओं के निराकरण के लिया कांग्रेस के पास कोई नीति ही नहीं है जिससे जनता की सेवा की जा सके और अब दिल्ली कि जनता कांग्रेस की बांटो और राज करो की नीति को समझ गई है और अपेछित रूप से ४ दिसंबर को भाजपा के कमल निशान की बटन को दबाकर अपना विरोध प्रकट करेगी।  

नरेन्द्र  चावला 
मीडिया प्रभारी 

Wednesday, November 27, 2013

PRESS RELEASE HINDI 27.NOV.2013

   प्रेस विज्ञप्ति 

प्रो मुखी ने मतदाताओं एवं कार्यकर्ताओं  को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली और देश की जनता अभी प्याज की बढे हुये दामों से उबर भी नहीं पाये हैं कि टमाटर की अचानक बढ़ती कीमतों ने जनता को बेहाल कर दिया जिसके लिए मुनाफाखोर और दिल्ली सरकार दोषी है क्योंकि दिल्ली की मंडियों पर दिल्ली सरकार का कोइ अंकुश ही नहीं है।  यदापि दिल्ली की मुख्य मंडियों मॅ कांग्रेस की मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेस के पदाधिकारियों को नियुक्त किया हुआ है और वह केवल अपना स्वार्थ साधन कर रहे हैं और जनता की उन्हें कतई चिन्ता नहीं है और टमाटर की कीमतें एकाएक पिछले कुछ दिनों में बढ़कर 80 रूपए किलो पर पहुंच गई हैं।

प्रो मुखी ने कहा कि जब 1998 में प्याज के भाव बढे थे तो कंग्रेसी नेता गले में प्याज की मालाएं डाल कर गली -गली घूमे थे।  उस विधान सभा चुनाव में आधिकांश कांग्रेस के उम्मीदवार प्याजी एम. एल. ए बन गए थे।  परन्तु अब चुनावी माहौल में सारे कांग्रेसी चुप्पी साधे  बैठे हैं।

प्रो मुखी ने कहा कि जब जब दिल्ली की कांग्रेसी मुख्यमंत्री किसी भी मसला, चाहे वह ट्रांसपोर्ट का हो , कानून व्यवस्था का हो, पानी का हो, बिजली का हो वह केंद्र पर पते डालकर अपना पल्लू झाड़ लेती रही है।  जबकि केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार है और उस केंद्र सरकार के साथ ही कांग्रेसी मुख्यमंत्री भी इन सब समस्याओं की जिम्मेवारी से बची नहीं रह सकती।

प्रो मुखी ने कहा कि दिल्ली की जनता कांग्रेस की कथनी और करनी के भेद से भलीं भांति परिचित हो गई है और 4 दिसंबर को जनता सब समस्याओं के लिए कांग्रेस को उचित जवाब देने को तैयार है।

नरेंद्र चावला
मीडिया प्रभारी

PRESS RELEASE ENGLISH 27.NOV.2013

Press Release

Delhi government blamed for sky rocketing prices of vegetables

Professor Mukhi, addressing voters in Janakpuri constituency and field workers of the BJP, held the Delhi government responsible for the abnormal rise in prices of vegetables.
 “The people have Delhi are yet to recover from the shocks of sky rocketing prices of onions.  Now they are added with burden of abnormal rise in price of tomatoes that are selling for Rs. 80 per kg.  
The government of Delhi has appointed its own party men to oversee the functioning of principal whole sale vegetable markets. These appointees are totally indifferent to the woes of the common man. They are only interested in filling their own pockets.”

\Professor Mukhi added that in 1998, congressmen had protested against rising prices of onions and went about the lanes wearing onion garlands around their necks. They exploited the situation to win seats to Delhi Assembly in the elections. The same people are now sitting speech less.
“The Chief Minister of Delhi very conveniently shifts the blame to the
Government at the Center for all the troubles that the people of Delhi have to face. Be it Law and order , water supply , electricity or public transport , the  Government of Delhi pleads its helplessness conveniently forgetting that it is her own party that is in power at the Center .
The people of Delhi are now well familiar with this wide gap between what the Congress government in Delhi promises and what it actually delivers.
The voters are now ready to give on December 4 a fitting reply to Congress
Government for its acts of omission and commission.

Narendra Chawla

Media Incharge

Tuesday, November 26, 2013

PRESS RELEASE HINDI 26.NOV.2013

प्रेस  विज्ञप्ति 


प्रो  जगदीश मुखी ने अपने विधानसभा क्षेत्र, जनकपुरी के वार्ड न. 119 के साउथ एक्सटेंसन - पार्ट ।, 2  & 3. दयालसर रोड तथा जेड ब्लाक उत्तम नगर में पदयात्रा के दौरान मतदाताओं एवं कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।  इस अवसर पर निगम पार्षद श्री अनिल सब्बरवाल, मंडल अद्यक्ष श्री युधवीर सिंह एवं सेंकड़ों महिला एवं  कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रो मुखी ने कहा कि युवाओं को रोजगार देने में दिल्ली कि कांग्रेस सरकार ने ज़रा सी भी संवेदनशीलता नहीं दिखाई।  सरकारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के रोजगार कार्यालयों में लगभग 11 लाख बेरोजगारों के नाम दर्ज हैं परन्तु दिल्ली कि कांग्रेस सरकार ने पिछले 10 वर्ष में केवल 11 हजार व्यक्तियों को रोजगार दिया है। इनमे भी 8 हजार डी.टी.सी बसों के ड्राईवर हैं। अन्यथा 10 वर्षो में केवल ३ हज़ार लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया। जिनमे 2003 में 426, 2004 में 167, 2005 में 107, 2006 में 223, 2007 में 105, 2008 में 23, 2009 में 16, 2011 में 175 और 2012 में 1349 को ही रोजगार मिल पाया है।

जबकि रोजगार कार्यालयों पर पिछले 10 वर्ष में लगभग 80 करोड़ रूपये दिल्ली सरकार ने खर्च किए हैं। दिल्ली कि जनसंख्या इस समय लगभग पौने 2 करोड़ है। कुल 40 लाख के लगभग परिवार है। उनमे 11 लाख बेरोजगारों के नाम रोजगार कार्यालयों में दर्ज हैं।  इसके अतिरिक्त लाखों  बेरोजगार ऐसे हैं जिन्होंने अपने नाम रोजगार कार्यालयों में दर्ज नहीं कराये।  कांग्रेस की सरकार के लिए इससे अधिक शर्म कि बात क्या होगी और जनता के साथ इससे बड़ा विश्वासघात क्या होगा कि 10 वर्ष में एक प्रतिशत बेरोजगारों को भी सरकार रोजगार नहीं दिला पाई।

दिल्ली सरकार कन्नौटप्लस व नई दिल्ली के क्षेत्रों की तथाकथित खूबसूरती पर 4000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करती है परन्तु बेरोजगार - नौजवानों को बेरोजगारी भत्ते की कोई योजना नहीं बनाई गयी। दिल्ली कि कांग्रेस सरकार के 15वें वर्ष के बजट में भी रोजगार सृजन की कोई योजना नहीं है।

प्रो मुखी ने कहा कि पानी, बिजली, बस के किराये व वैट की वृद्धि से तो जनता त्राहि त्राहि कर रही है और भीषण बेरोजगारी से दिल्ली सरकार का जनता विरोधी चेहरा बेनक़ाब हो गया है और जनता कांग्रेस को 4  दिसंबर को  होने वाले चुनाव में सबक सिखाने जा रही है।

नरेन्द्र चावला
मीडिया प्रभारी                          

PHOTO OF PROF. JAGDISH MUKHI 26.NOV.2013


PRESS RELEASE ENGLISH 26.NOV.2013

  
                                                                  PRESS RELEASE

“11 lakh unemployed youth registered with Employment Exchanges.  In Delhi.   Only 11 thousand got employed in 10 years ”

On his pre-election trail, Professor Jagdish Mukhi addressed the voters and party workers from ward 119 of the Janakpuri constituency.
Walking through South Extension parts !-II and III , Dayalsar road and Z block Uttam nagar , the BJP candidate listed out the total failure of the Congress government in Delhi so far providing new jobs was concerned . He was accompanied by MCD Counselor Anil Sabharwal and Mandal Adhyaksha Yudhveer Singh. Over a hundred male and female party workers joined Prof. Mukhi in the door to door canvassing.
“Over the last decade, Delhi government could provide employment to only 3000 job seekers besides the 8000 DTC Bus drivers.
The year wise statistics reveals how indifferent the Congress government has been to the unemployment situation in the national capital. In the year 2003 only 426 registered unemployed got employment. The figures f or the successive years are 167 in 2004, 107 in 2005, 223 in 2006, 105 in 2007, 23 in 2008, 16 in 2009, 175 in 2011 and just 1349 in the year 2012. These official figures show how dismal has been the unemployment situation under Congress rule.

Government of Delhi spent around Rs. 80 crores over the last ten years on Employment Exchanges. There are around 40 lakh families in Delhi.
From these families 11 lakh unemployed persons are registered with the employment exchanges. There are many more unemployed who are not registered. It is a shameful situation that over a period of ten years , the Congress government in Delhi could not provide jobs to even 1 % unemployed persons .



Delhi has no scheme for any relief by way of unemp0loyment allowance
although it spends over Rs. 4000 crores on beautification of Cannaught Place and other parts of New Delhi. There is no provision for any relief to unemployed youth even in the budget for the current financial year.”
Professor Jaghdish Mukhi said, “People of Delhi have suffered for long the abnormally high Electricity rates, Bus fares and VAT. They have now seen through the anti-people side of the Congress face. They shall
teach those in power a lesson on December 4 this year through their ballot. ”


Narendra Chawla

Media Incharge